कोरोनाः अब चेता रेलवे, मुंबई से आई ट्रेनों के हर यात्री की स्क्रीनिंग, देर रात तक स्टेशन पर रही भीड़

कोरोनाः अब चेता रेलवे, मुंबई से आई ट्रेनों के हर यात्री की स्क्रीनिंग, देर रात तक स्टेशन पर रही भीड़


कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने के साथ ही रेलवे अब चेता है। रविवार को मुंबई से आने वाली ट्रेनों में ठसाठस भीड़ रही। इसके बाद भी स्पेशल ट्रेनों के अलावा नियमित चलने वाली ट्रेनों से पहुंचने वाले हर यात्री की जांच की गई। वाराणसी और चंदौली के पीडीडीयूनगर (मुगलसराय) स्टेशन के गेटों पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई। वाराणसी में जांच करने वालों की संख्या कम होने के कारण दो गेटों को ही खोला गया। सुबह चार बजे से देर रात तक हर-एक यात्री की जांच होती रही। पीडीडीयूनगर स्टेशन पर देर रात पहुंची लोकमान्य तिलक पटना एक्सप्रेस के यात्रियों की जांच के कारण फुट ओवरब्रिज पर रात एक बजे तक स्क्रीनिंग होती रही। इसके कारण ओवरब्रिज पर यात्रियों की भीड़ रही। कुल कितने यात्रियों को संदिग्ध पाया गया इस बारे में अधिकारियों ने कुछ नहीं बताया। पीडीडीयूनगर स्टेशन पर स्क्रीनिंग के साथ ही रजिस्टर में हर यात्री की डिटेल भी लिखी जा रही थी। 


सुबह पहली ट्रेन आने के बाद रही अफरातफरी


सुबह पहली स्पेशल ट्रेन मंडुवाडीह में सुबह 4.15 बजे पहुंची, इसके पहले यह कैंट रेलवे स्टेशन पर रुकी। यहां इस ट्रेन के यात्रियों की जांच के लिए पहले से तैयारियां थीं, लेकिन यात्रियों को घर पहुंचने की जल्दी थी। ऐसे में यहां कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति थी। हालांकि आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने स्थितियां संभाली। प्रशासन से बात करके आसपास के जिलों के लिए कुछ बसों का भी इंतजाम किया गया था, ताकि लोग स्टेशन परिसर और आसपास इकट्ठा न हों। अपने घर के लिए जाएं।


मुंबई से महानगरी एक्सप्रेस सुबह 4.40 बजे, आई। इसके बाद एक अन्य स्पेशल ट्रेन सुबह 5.45 बजे कैंट पहुंची। यह ट्रेन यहां रुकने के बाद गोरखपुर चली गई। दोपहर 12.30 बजे एक अन्य पुणे स्पेशल ट्रेन आई। यहां से यह भी गोरखपुर के लिए चली गई। शाम 6.30 बजे ट्रेन कैंट स्टेशन पहुंचेगी। अन्य नियमित ट्रेनों एलटीटी-मंडुवाडीह एक्सप्रेस भोर में 3.45 बजे, काशी एक्सप्रेस दोपहर 12.55 बजे आईं। इनमें भी जबरदस्त भीड़ रही। स्टेशन के वेटिंग एरिया, प्रतीक्षालयों में सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का ऐसे ही यात्री थे, जो अपने घरों को नहीं जा सके थे। 


बसों में भरकर संबंधित जिलों को भेजवाये गये यात्री
कैंट रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को उनके घर तक पहुंचवाने के लिए कुछ बसें चलाई गई थीं। गोरखपुर, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, जौनपुर रूट पर एक-एक बसें आती-जाती रहीं। इससे स्टेशन पर भीड़ जमा नहीं हुई।


ऑटो न मिलने पर पैदल ही नापते रहे रास्ते
स्टेशन पर न ऑटो मिले, ना ही पैडल रिक्शा। ऐसे में आसपास के जिले के यात्री पैदल ही बस स्टैँड के लिए गये। आसपास जाकर साधन ढूंढा। जबकि शहरी क्षेत्र के कुछ लोगों ने घर से कार या बाइक मंगवाकर पहुंचे। कुछ लोग पैदल ही सामान लेकर निकले।


भोजन के लिए तरसे, चिप्स-बिस्किट से चलाया काम
स्टेशन के आसपास की सभी दुकानें, होटल, ढाबे बंद थे। स्टेशन पर भी केवल फूड स्टाल पर पैकिंग के उत्पाद ही मिले। इससे लोग भूखे रहे। भोजन के लिए तरस गये। चिप्स और बिस्किट से काम चलाया। 


बताया गया कि रविवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र के पुणे, मुंबई आदि शहरों से पहुंची छह ट्रेनों के 6450 यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की गई। वहीं हाइपर क्लोराइड का आठ और एंटी लार्वा का 14 स्थानों पर छिड़काव किया गया। सात स्थानों पर फागिंग हुई। शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की 10 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आठ टीमें फागिंग और सेनेटाइजेशन कर रही हैं।  का कार्य लगातार जारी है। भ्रमण के दौरान ये टीम कुछ दिन पहले विदेश यात्रा या दूसरे प्रदेशों आए लोगों की सूचनाएं भी जुटा रहीं हैं। 


11 फ्लाइट से 310 यात्री रवाना
बाबतपुर हवाई अड्डे पर रविवार शाम छह बजे तक 11 फ्लाइटों से कुल 969 यात्री वाराणसी आये जबकि 11 फ्लाइटों से कुल 310 यात्री रवाना हुए। उनकी हवाई अड्डे पर गहन जांच की गई। मुम्बई, दिल्ली, जयपुर, बेंगलुरु, हैदराबाद आदि शहरों से उड़ानें प्रभावित नहीं हुईं।